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Reserve & Surplus Group in Tally

Reserve & Surplus Group in Tally - टैली में रिजर्व और सरप्लस ग्रुप

https://shatotorial.blogspot.com/2020/02/Reserve-and-Surplus-Group-in-Tally.html
Reserve & Surplus

Tally में दो Group है. जिनके नाम अलग-अलग है लेकिन Group काम एक ही है। 

  • Reserve & Surplus और
  • Retained Earnings. 

इन दोनो का मतलब एक ही होता है। Reserve & Surplus का मतलब होता है। वह कमाई जो Future secure (भविष्य सुरक्षित) करने के लिए बचाइ जाती है। इसी तरह Retained Earnings (प्रतिधारित कमाई) उस पूंजी को कहते है, जो पूंजी जो Business को बेहतर बनाने के लिए और Future Secure के लिए बचा के रखी जाती है जो Business के बुरे वक्त में काम आती है।

या

हमारी Planning है 5 साल बाद इस Business को बहुत आगे ले जाना है। जिसके लिए 5 साल बाद बहुत सारे रुपये की जरुरत भी पडे तो उसके लिए भी आप अभी से Profit में से कुछ हिस्सा ना लेकर उसे बचा कर जो पूंजी रखी जाती है उसे Reserve & Surplus या Retained Earnings कहा जाता है।

Example

  • मान लीजिए एक Business है। उसमें दो Partner है रुपेश और जयप्रकाश. हर साल जितना भी Profit होता है।
  • दोनों आपस में आधा-आधा बाट लेते है। लेकिन एक दिन दोनों ने विचार किया क्यू ना आने वाले कुछ सालों में इस Business को और ज्यादा बढाया जाये।
  • लेकिन दोनो को ये नही पता है कि Business को बढाने के लिए रुपयो की जरुरत पड़ेगी। तो दोनो यह विचार किया कि अबकि बार Profit पूरा नही लेंगे बल्की उसमें से कुछ Profit बचाकर रखेंगे। यानी कमाई की बचत करेंगे। 
  • तो मान लिजिए इस साल Business से Profit हुआ 2 लाख रुपये का तो पहले दोनों हमेसा एक-एक लाख रुपये जो Profit हुआ करता था। तो वो आपस में बाट लेते थे। 
  • लेकिन इस बार उन्होने एक-एक लाख ना लेकर 50-50 हजार ही Profit के लिए और 50-50 हजार रुपये Reserve & Surplus में डाल दिये। 
  • एसा उन्होने 5 साल तक किया और 5 साल के बाद Reserve & Surplus के 5 लाख रुपये इकठ्ठा हो गये। ये जो 5 लाख रुपए इकठ्ठा हुये है। अब उसे ही Reserve & Surplus या Retained Earnings कहते है। 

अब यही 5 लाख रुपये लगाकर दोनो दोस्त Business को और बढा सकते है. या Business में कही पर भी 5 लाख रुपये की जरुरते पडती तो इन रुपयो को लगा सकते है और यही 5 लाख रुपये बचा कर नही रखते तो उन्हे 5 लाख रुपये का इंतजाम करना पडता। इसे Reserve & Surplus या Retained Earnings कहते है।

Ledger

जो भी अपने profit मे से रुपये बचा कर रखेंगे। उसके नाम से Reserve & Surplus का लेजर बनता है। जिसे यहा पर रुपेश  (Partner A) और जयप्रकाश  (Partner B) दोनो हर साल पैसा बचा रहे तो ledger कुछ इस तरह बनाते है। जैसे- Partner A Reserve & Surplus, Partner B Reserve & Surplus

Nature

जब Reserve & Surplus या Retained Earnings का ग्रुप होता है। इसका में ग्रुप Capital होता है और Capital Nature Liability होता है। Liability का अर्थ होता है वह पैसा जो हमें जिम्मेदारी है या हमे किसी ना किसी को देना है। 

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