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Receipt Voucher Tally Prime Entry in Hindi | Tally Prime in Hindi

https://www.shatishtutorial.com/2021/08/receipt-voucher-tally-prime-entry-in-hindi.html
Receipt Voucher Tally Prime Entry

Transactions की Entry करने के लिए हमने जिस कम्पनी में हमें काम करना है उस कम्पनी को यहा पर खोल लिया है। Mohan Traders हमारी कम्पनी है जो हमने Create की थी। हमने उसको Open कर लिया हैं। 

Transactions की Entry करने से पहले हम आपको एक महत्वपुर्ण बात बता दे हम Basic Level पर कार्य कर रहे है। इसलिए अभी कोई भी Transactions Entry करने से पहले हमे Features में परिवर्तन करना होगा। 

Company के लिए Shortcut Key Ctrl + K होती है। इसमे परिवर्तन किये बगैर आगे काम करने में असुविधा हो सकती है। अब यहा पर क्या बदलाव करना होगे ये हम देख लेते है।  

  • उसके बाद आ जाते है Company  में F11: Company Features को चुनना है। 

  • उसके बाद Company Features Alteration वाला विंडो खुल जाऐगा। 

  • अब यहा पर बहुत सारे फ़िचर है जैसे- Show more Features, Accounting, Inventory or Taxation है, तो अभी फिलहाल हम Basic Level पर काम करने के लिए हमको कोई भी फ़िचर नही चाहिए। 
  • केवल Maintain Accounts वाला फिचर है उसको हमको चालू रखना है। बाकि सारे फिचर को No रखना है।

Transactions

Journal Entry Manual कैसे की जाती है, ये हम आपको पहले बता चुके है। जिसमें हमने आपको बताया था। Manual जब Journal Entry होती है तो जो भी Transactions जिस भी क्रम हुये है। उन्ही क्रम में एक के बाद एक लिख लिया जाता है। 

यहा पर टैली इस तरह से Transactions एक के बाद एक लिखने के बजाय टैली ने इसको आसान बना दिया है। इसमें अलग-अलग Voucher बना दिये है और उन Voucher में Entry की जाती है।

जैसे- Purchase से सम्भंधित जितने भी Transactions है। उनको हम डालेंगे Purchase में और जो भी Sale हुई है, वो जाएंगी Sales Voucher में और जो भी प्राप्ती हुई है वो जाएगी Receive Voucher में इस तरह से सारी Entry की जाती है। 

प्रश्न: 01-08-2021 को प्रकाश ने 200000/ से व्यापार प्रारंभ किया।

जब हमने अपको बताया था कि Manual Entry करते समय Debit होने वाले Account पहले लिखा जाता है और Credit बाद में लिखा जाता है। जब हमने अपको बताया था कि Manual Entry करते समय Debit होने वाले Account पहले लिखा जाता है और Credit बाद में लिखा जाता है। 

Receipt Voucher Entry

  • लेकिन यहा पर पहले Credit आया है तो टैली में Credit और Debit उपर और निचे होते रहते है और वो आपको ध्यान से देखना है। यह Voucher कि प्रवृत्ति के अनुसार ये Change होता है। 

  • जब भी आप यहा Entry करें तो यह ध्यान रखे कि Credit है या Debit उसके हिसाब से करे। 

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