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How to enter Transactions in Journal | - Mr. Prakash started Business 20000/- | Journal Entries| Shatish Tutorial

How to enter Transactions in Journal – लेनदेन की जनरल एंट्री कैसे करें।

जैसा कि हमने आपको पहले बतया था कि जो भी Transactions होते है। उनको Journal में लिखा जाता है या उनकी Journal में Entries होती हैं।

https://shatotorial.blogspot.com/2020/12/starts-a business-journal-entry-in-hindi.html
Mr. Prakash started a business

अब ये कैसे करें तो ये समझाने के लिए प्रकाश का उदहारण लिया हैं। प्रकाश ने एक बिजनेस सुरु किया 20000 रुपये से और रोजमर्रा में जो भी Transaction हुये वो सब उसने एक साथ एक कागज पर अपने याददाश्त के लिए लिख लिया। 


प्रकाश ने व्यापार प्रारम्भ किया – Mr. Prakash started Business 20000/-

प्राभावित होने वाले दो खाते कौन से हैं। 

जब भी कोई बिजनेश सुरु किया जाता हैं जो भी Cash Account उसमें लगाया हैं या फिर जो भी माल लगाया है वो सब Capital के अंतर्गत आता हैं। इसलिए यहा पर प्रभावित होने वाले खाते Cash Account & Capital Account हैं।

Particular Debit Credit
To Capital Account
20000.00
By Cash 20000.00

प्रभावित होने वाले खातों के नियमानुसार डेबिट और क्रेडिट होने वाले खाते कौनसे हैं।

Note: एक बात ध्यान रहे कि व्यापार के स्वामी के नाम का कोई खाता नही खोला जाता है। जब भी व्यापार का स्वामी जैसे यहा पर प्रकाश है। 
  • जब व्यापार स्वामी पुंजी लगा कर व्यापार सुरु करता है। तो इसके लिए Capital Account खोला जाता है। इसका कारण यह है कि व्यापार और उसके स्वामी को अलग-अलग माना जाता हैं। 
  • यहा पर प्रकाश जिसने बिजनेश सुरु किया है और Business ये दोनो अलग Identities (पहचान) है। इसलिए व्यापार का स्वामी जो भी Cash या Goods व्यापार में लगाता है। वह व्यापार का ऋण है और व्यापार इस दृष्टि से बिजनेश का जो भी मालिक (owner) है.
  • उसका ऋणी बन जाता है. यानी Debtor बन जाता है और व्यापार का जो स्वामी है वो उस Business का Creditor बन जाता है।
  • लेकिन दुसरे Creditor की तरह इस Creditor का यानी जो भी Business का स्वामी है। उसका कोई Personal Account नही खोला जाता बल्कि Capital Account खोला जाता है और इसे हम व्यापार के स्वामी का Personal Account कह सकते हैं। 
  • जब व्यापार के स्वामी एक से अधिक होते है तो Capital के साथ उनका नाम भी जुड़ जाता है। जैसे मान लिजिए व्यापार का स्वामी केवल प्रकाश न होकर के प्रकाश और सुरज ये दो लोग इसके स्वामी है, तो Capital के साथ उनका नाम जोड देंगे।
  • फिर ये हो जाएगा प्रकाश का Capital Account और सुरज का Capital Account और इसमें उनके व्दारा जो भी रकम लगाई गयी है। वो लिखी जाएगी। 

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